Sunday, March 15, 2009

बिहार और ‘सुपर 30′


बिहार के प्रसिद्ध कोचिग संस्थान ‘सुपर 30′ की सफलता की कहानी पर बना वृत्तचित्र इस सप्ताहांत डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित किया जाएगा। इसमें दिखाया जाएगा कि किस तरह ‘सुपर 30′ की बदौलत निचले और गरीब तबके के छात्रों के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में चयन के सपने साकार हो रहे हैं।
‘सुपर 30′ के संचालक आनंद कुमार ने कहा, “डिस्कवरी चैनल रविवार दोपहर और 21 व 29 मार्च को सुपर 30 की सफलता की कहानी प्रसारित करेगा।”
‘सुपर 30′ आईआईटी में दाखिला चाहने वाले 30 गरीब और कमजोर तबके के छात्रों को निशुल्क कोचिंग, भोजन और रहने की सुविधा मुहैया करवाता है। पिछले साल ‘सुपर 30′ के सभी 30 छात्रों ने आईआईटी की कड़ी प्रवेश परीक्षा पास की थी।
कुमार ने कहा, “यह पहला मौका था जब ‘सुपर 30′ ने 100 फीसदी कामयाबी हासिल की। ‘सुपर 30′ की सफलता कड़ी मेहनत और छात्रों को उचित निर्देशन देने का नतीजा है।”
एक घंटे के इस वृत्तचित्र का निर्माण वेरोनिका हॉल और निर्देशन क्रिस्टोफर मिशेल ने की है। इसमे सात साल पहले गणितज्ञ आनंद कुमार द्वारा स्थापित इस कोचिंक संस्थान के सभी पहलुओं को शामिल किया गया है।
करीब एक साल की शूटिंग के बाद तैयार इस वृत्तचित्र में निम्न वर्ग के छात्रों में पैदा होते आत्मविश्वास को दिखाया गया है।
डिस्कवरी चैनल के राजीव बख्शी ने कहा, “यह सफलता की कहानी है जिसे बारे में बहुत लोग जानना और देखना चाहेंगे। यही कारण है कि डिस्कवरी ने आनंद की सफलता पर एक घंटे का वृत्तचित्र प्रसारित करने का फैसला किया।”

5 comments:

उपाध्यायजी(Upadhyayjee) said...

सुपर ३० बिहार के सुपर कॉप अभयानंद जी का देन है | उन्होंने अपने साथ दो और लोगो को ढूंढा | हालाकि वे दोनों अलग अलग अपनी कोचिंग संसथान चलाते हैं | अभयानंद जी ने ये साफ़ कर दिया था की सुपर ३० नि:शुल्क और समाज के गरीब बच्चो के लिए होगा (चाहे वो किसी भी जाती के हों) | बिहार के सुदूर गाँव गिरावं में रहने वाले छात्रो के लिए ये एक अच्छा मौका था | इसके लिए अभयानंद जी की जीतनी प्रसंशा की जाए वो कम होगी | उन्होंने ये उस समय शुरू किया था जब पिछले सरकार में उनको shunting पोस्ट दे दिया गया था और ५ बजे शाम एक बाद उनको करने की लिए कुछ नहीं होता था |

Vivek Gupta said...

शानदार उपाध्याय जी

Gyan Dutt Pandey said...

मुझे पता चला यहां पर कि कुछ अच्छा करना है तो साइडी पोस्टिंग तलाशो।
देखूं, शायद कुछ काम बने!

राज भाटिय़ा said...

बहुत ही सुंदर, जान कारी दी आप ने काश ओर भी लोग ऎसा सोचते.
धन्यवाद

संगीता पुरी said...

बिहार के प्रसिद्ध कोचिग संस्थान ‘सुपर 30′ की सफलता की कहानी कई वर्षों से चल रही है ... इसका श्रेय अभयानंद जी को ही जाता है ... बहुत बहुत बधाई उन्‍हें।