This blog is designed to motivate people, raise community issues and help them. लोगों को उत्साहित करना, समाज की ज़रुरतों एवं सहायता के लिए प्रतिबद्ध
Saturday, February 19, 2011
दान में दे दी खरबों की दौलत, अब है 'बे-कार'
सौजन्य से : दैनिक भास्कर
वह अरबपति है और दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार है लेकिन उसके पास अपना कोई आशियाना नहीं है सुनने में भले ही अविश्वसनीय लगे लेकिन सच है। उसका नाम है निकोलस बर्जुएन और उसकी कुल संपत्ति है 3 अरब डॉलर यानि लगभग 138 अरब रुपए। उसने अपना सारा कुछ बेच दिया है यहां तक कि महलनुमा घर भी। अब उनके पास न तो घर है और न ही कार।
नतीजतन वह किराए की गाड़ियों में घूमते हैं और होटलों में रहते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि यह अभी तक कुंवारे हैं। 49 वर्षीय निकोलस के पास अपना एक जेट विमान जरुर है जिससे वह सारी दुनिया घूमते रहते हैं इस जेट से वह भारत का भी दौरा कर चुके हैं। उनका पैसा कई देशों में लगा है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भाग लेने आए निकोलस धन दौलत से उदासीन हो गए हैं। वह मानते हैं कि पैसे से सब कुछ नहीं खरीदा जा सकता है और इसलिए वह अपना पैसा चैरिटी में दे रहे हैं। उन्होंने अपना सब कुछ दान में दे दिया है अब उनके पास सिर्फ कुछ किताबे, कमीज, पैंट वगैरह हैं जिन्हे वह एक बैग में समेटकर सारी दुनिया घूमते हैं।
पेरिस में जन्मे निकोलस को भारत से बेहद प्रेम है वह भारत के बारे में हर बात को ध्यान से सुनते हैं। भारत संबंधित हर बैठक में भाग लेते हैं वह भारतीय मंत्री कमलनाथ के अच्छे मित्र हैं। भारत में उन्होंने करीब 20 करोड़ डॉलर निवेश किया है। भारत में उन्होने रियल एस्टेट के अलावा होटलों में निवेश किया है। उन्होंने जर्मनी के रिटेल ग्रुप कार्सटाट में भी भारी निवेश किया है।
वह अरबपति है और दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार है लेकिन उसके पास अपना कोई आशियाना नहीं है सुनने में भले ही अविश्वसनीय लगे लेकिन सच है। उसका नाम है निकोलस बर्जुएन और उसकी कुल संपत्ति है 3 अरब डॉलर यानि लगभग 138 अरब रुपए। उसने अपना सारा कुछ बेच दिया है यहां तक कि महलनुमा घर भी। अब उनके पास न तो घर है और न ही कार।
नतीजतन वह किराए की गाड़ियों में घूमते हैं और होटलों में रहते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि यह अभी तक कुंवारे हैं। 49 वर्षीय निकोलस के पास अपना एक जेट विमान जरुर है जिससे वह सारी दुनिया घूमते रहते हैं इस जेट से वह भारत का भी दौरा कर चुके हैं। उनका पैसा कई देशों में लगा है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भाग लेने आए निकोलस धन दौलत से उदासीन हो गए हैं। वह मानते हैं कि पैसे से सब कुछ नहीं खरीदा जा सकता है और इसलिए वह अपना पैसा चैरिटी में दे रहे हैं। उन्होंने अपना सब कुछ दान में दे दिया है अब उनके पास सिर्फ कुछ किताबे, कमीज, पैंट वगैरह हैं जिन्हे वह एक बैग में समेटकर सारी दुनिया घूमते हैं।
पेरिस में जन्मे निकोलस को भारत से बेहद प्रेम है वह भारत के बारे में हर बात को ध्यान से सुनते हैं। भारत संबंधित हर बैठक में भाग लेते हैं वह भारतीय मंत्री कमलनाथ के अच्छे मित्र हैं। भारत में उन्होंने करीब 20 करोड़ डॉलर निवेश किया है। भारत में उन्होने रियल एस्टेट के अलावा होटलों में निवेश किया है। उन्होंने जर्मनी के रिटेल ग्रुप कार्सटाट में भी भारी निवेश किया है।
Subscribe to:
Posts (Atom)