प्रस्तुति - दैनिक भास्कर
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कंपनी : फ्यूजन चार्ट्स टेक्नोलॉजिज
संस्थापक : पल्लव नढ़ानी
क्या खास : इंटरेक्टिव फ्लैश चार्ट्स और डेटा विजुअलाइजेशन टूल बनाने वाली कंपनी जिसके क्लाइंट्स में लिंक्डइन, गूगल, फेसबुक, फोर्ड जैसे नाम शामिल हैं।
संस्थापक : पल्लव नढ़ानी
क्या खास : इंटरेक्टिव फ्लैश चार्ट्स और डेटा विजुअलाइजेशन टूल बनाने वाली कंपनी जिसके क्लाइंट्स में लिंक्डइन, गूगल, फेसबुक, फोर्ड जैसे नाम शामिल हैं।
भागलपुर के मारवाड़ी परिवार में जन्मे पल्लव के घर में लग्जरी के नाम पर एक कम्प्यूटर था जिसपर वह घंटों बिताया करता था। कम्प्यूटर उसके पिताजी का था जिसे वे अपने अकाउंट्स के काम के लिए इस्तेमाल करते थे। 1997 में पल्लव के पिता ने एक कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत की तो उनके रिश्तेदारों के बच्चे ट्रेनिंग के लिए उनके पास आए। वे अपने साथ कुछ किताबें भी लेकर आए थे। रात में सभी के सो जाने के बाद पल्लव ने इन किताबों को पढ़कर खुद सीखना शुरू किया। फिर पल्लव पिता के साथ कोलकाता शिफ्ट हो गया। यहां उसे ला मार्टिनेयर ब्वॉयज स्कूल में दाखिला मिल गया जहां शहर के बेहतरीन स्टूडेंट्स पढ़ने आते थे। पल्लव भी इन्हीं की तरह बनने के लिए प्रेरित हुआ और उसने कड़ी मेहनत करने की ठान ली।
साधारण लड़के की असाधारण महत्वाकांक्षाएं
हाई स्कूल स्टूडेंट पल्लव नढ़ानी को अपने स्कूल असाइनमेंट्स के लिए एक्सेल में चार्ट्स बनाना जरा भी पसंद नहीं था। पल्लव के अनुसार, स्कूल असाइनमेंट्स के दौरान एक्सेल का कई बार इस्तेमाल करना पड़ता था और बोरिंग चार्ट्स उसे बिल्कुल पसंद नहीं थे। इसी नापसंद ने उसके दिमाग में एक इंटरेक्टिव चार्टिंग सॉल्यूशन तैयार करने के आइडिया को जन्म दिया। पल्लव ने एक वेबसाइट पर अपने इस विचार को लेकर कुछ लेख लिखे। इसकी शुरुआत जेब खर्च हासिल करने के मकसद से हुई थी। इन लेखों के लिए उसे काफी सराहना मिली और करीब 1,23,979 रुपए (2000 डॉलर) का मेहनताना भी। 11वीं कक्षा के स्टूडेंट के लिए 1,23,979 रुपए का मेहनताना कुछ कम नहीं था। इससे 16 वर्ष के इस युवक को बड़ा प्रोत्साहन मिला। उसने अपने विचार को कारोबारी जामा पहनाने का फैसला किया और 2001 में अपनी कंपनी फ्यूजन चार्ट्स टेक्नोलॉजिज की नींव रखी।
हाई स्कूल स्टूडेंट पल्लव नढ़ानी को अपने स्कूल असाइनमेंट्स के लिए एक्सेल में चार्ट्स बनाना जरा भी पसंद नहीं था। पल्लव के अनुसार, स्कूल असाइनमेंट्स के दौरान एक्सेल का कई बार इस्तेमाल करना पड़ता था और बोरिंग चार्ट्स उसे बिल्कुल पसंद नहीं थे। इसी नापसंद ने उसके दिमाग में एक इंटरेक्टिव चार्टिंग सॉल्यूशन तैयार करने के आइडिया को जन्म दिया। पल्लव ने एक वेबसाइट पर अपने इस विचार को लेकर कुछ लेख लिखे। इसकी शुरुआत जेब खर्च हासिल करने के मकसद से हुई थी। इन लेखों के लिए उसे काफी सराहना मिली और करीब 1,23,979 रुपए (2000 डॉलर) का मेहनताना भी। 11वीं कक्षा के स्टूडेंट के लिए 1,23,979 रुपए का मेहनताना कुछ कम नहीं था। इससे 16 वर्ष के इस युवक को बड़ा प्रोत्साहन मिला। उसने अपने विचार को कारोबारी जामा पहनाने का फैसला किया और 2001 में अपनी कंपनी फ्यूजन चार्ट्स टेक्नोलॉजिज की नींव रखी।
कंपनी की शुरुआत के तीन साल तक पल्लव ने अकेले ही प्रॉडक्ट डेवलपमेंट, वेबसाइट निर्माण, डॉक्यूमेंटेशन, सेल्स एंड मार्केटिंग और कस्टमर सपोर्ट के मोर्चे संभाले। इस दौरान उन्होंने सीखा कि ग्लोबल सॉफ्टवेयर कॉम्पोनेंट मार्केट कैसे काम करता है, कैसे अपनी ताकत को बढ़ाकर एक बेहतर गो-टू-मार्केट स्ट्रैटेजी बनाई जा सकती है।
जब ऑर्डर मिलने शुरू हुए तो पल्लव ने 2005 में अपना पहला ऑफिस खोला और करीब दो वर्ष के अंतराल में 20 लोगों की एक टीम खड़ी की। अब पल्लव को अनुभवी सलाह की भी जरूरत महसूस होने लगी क्योंकि उन्हें सरकारी नियमों और बैंकिंग व फाइनेंस की ज्यादा जानकारी नहीं थी, वहीं उन्हें विदेशी क्लाइंट्स के साथ भी डील करना पड़ता था। इस परेशानी को हल करने के लिए उन्होंने अपने पिता की मदद ली।
2009 में पल्लव ने कारोबार को विस्तार देने के लिए अपना ऑफिस कोलकाता का आईटी हब कहलाने वाले सॉल्ट लेक में शिफ्ट किया और अपनी टीम के सदस्यों की संख्या 20 से बढ़ाकर 50 की। इससे पल्लव को बिजनेस बढ़ाने में सहायता मिली। 2010 में फ्यूजन चार्ट्स का ऑफिस बेंगलुरु में भी खोला गया। वर्तमान में दो शहरों से संचालित फ्यूजन चार्ट्स में 80 कर्मचारी और 21,000 से ज्यादा क्लाइंट्स हैं जिनमें लिंक्डइन, गूगल, फेसबुक, फोर्ड जैसी कंपनियां शामिल हैं।
कंपनी ने धीरे-धीरे अपने पांव पसारे और दुनिया के करीब 118 देशों के फार्मास्यूटिकल्स से लेकर एफएमसीजी तक और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट से लेकर नासा तक अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इतना ही नहीं, अमेरिका के प्रेसिडेंट बराक ओबामाद्वारा 2010 में इस प्रोडक्ट को चुना गया जिससे फ्यूजनचार्ट्स को इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर पहुंचने में बहुत मदद मिली। महज 30 वर्ष के पल्लव नढ़ानी के बिजनेस ने आज 47 करोड़ के आंकड़े को पार कर लिया है।
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