Monday, December 19, 2011

साइकिल के पुर्जे

प्रस्तुति : बिज़नेस ब्यूरो

भारत में एक से बढ़कर एक कर्मयोगी हैं और उनमें ज्यादातर लोगों ने जबर्दस्त मेहनत की और गजब की प्रतिबद्धता दिखाई। इसका ही नतीजा है कि वे उन ऊंचाइयों पर जा पहुंचे हैं जहां पहुंचना मुश्किल ही नहीं लगभग नामुमकिन है।

इनमें से ही एक हैं बृजमोहन लाल मुंजाल जो दुनिया की सबसी बड़ी टू व्हीलर कंपनी हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन हैं। आज उनकी कुल संपत्ति 1.5 अरब डॉलर की है और वह भारत के 38 वें सबसे अमीर हैं।

उनका जन्म कमालिया में हुआ जो अब पाकिस्तान में है। बंटवारे के पहले ही वहां से अमृतसर चले आए और यहां छोटा-मोटा काम करने लगे। बाद में वह लुधियाना चले गए जहां वह अपने तीन भाइयों के साथ साइकिलों के पार्ट्स बेचने लगे। 1954 में उन्होंने पार्ट्स बेचने की बजाय साइकिलों के हैंडल, फोर्क वगैरह बनाना शुरू कर दिया। उनकी कंपनी का नाम था हीरो साइकिल्स लिमिटेड। 1956 में पंजाब सरकार ने साइकिलें बनाने का लाइसेंस जारी किया। यह लाइसेंस उनकी कंपनी को मिला और यहां से उनकी दुनिया बदल गई। पंजाब सरकार ने उन्हें लोन भी दिया और यह उनकी मेहनत का परिणाम था कि 1986 में हीरो साइकिल को दुनिया की सबसे बड़ी साइकिल कंपनी माना गया।


इसके बाद उन्होंने एक टू व्हीलर कंपनी खोली जिसका नाम था हीरो मैजेस्टिक कंपनी। इसमें उन्होंने मैजेस्टिक स्कूटर बनाने शुरू किए। 1984 में उन्होंने जापान की बड़ी ऑटो कंपनी होंडा से करार किया और यहीं से उनकी दुनिया बदल गई। उन्होंने होंडा के साथ मिलकर हरियाणा के धारूहेड़ा में प्लांट लगाया। यहां हीरो होंडा मोटरसाइकिलें बननी शुरू हुईं। आज यह दुनिया की सबसे बड़ी मोटरसाइकिल निर्माता कंपनी है।


81 वर्षीय बृजमोहन मुंजाल अपने बेटों पवन और सुनील के साथ हीरो समूह चला रहे हैं। उन्होंने जापानी कंपनी होंडा की कंपनी में 27 प्रतिशत हिस्सेदारी भी खरीद ली।

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