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प्रस्तुति : बीबीसी
बांग्लादेश में एक रिक्शा चालक टेलीविज़न शो 'पॉप आइडल' में जीत हासिल कर देश के नए पॉप स्टार बन गए हैं.
उमर अली नामक इस शख़्स का संबंध राजधानी ढाका से सटे एक गाँव से हैं और वो रिक्शा चलाते हैं.
सुनहरी आवाज़ के मालिक उमर अली को लाखों दर्शकों ने टेलीविज़न शो 'पॉप आइडल' जीतने के लिए उनके पक्ष में वोट दिया. जिसके साथ ही वो रातों रात कामयाबी की बुलंदी पर पहुंच गए.
उमर अली
इस टेलीविज़न शो 'पॉप आइडल' में सिर्फ़ रिक्शा चालक ही हिस्सा ले सकते थे.
इस कामयाबी से अभिभूत उमर अब रिक्शा चलाने का काम छोड़ कर संगीत की दुनिया में आगे बढ़ना चाहते हैं.
उमर का आख़िरी प्रदर्शन काफ़ी प्रभावशाली रहा. बांगला लोक गीत में उनका गाना 'प्यार डूबता नहीं' को दर्शकों ने काफ़ी दाद दी. दाद देने वालो में अग्रणी पॉप स्टार भी शामिल थे.
पॉप आइडल नामक ये शो बांग्लादेश में काफ़ी हिट रहा और इसे एटीएन बांगला टेलीविज़न ने प्रसारित किया.
उमर को इनाम के तौर पर 2000 अमरीकी डॉलर दिया गया है. साथ ही उनके गानों की सीडी और डीवीडी भी रिलीज़ की गई है.
संगीत से प्यार पुराना
इस टेलीविज़न पॉप आइडल में सिर्फ़ रिक्शा चलाने वाले ही प्रतियोगी बन सकते थे.
अपनी जीत के बाद 45 वर्षीय उमर ने कहा, " मैं जीत गया ये बड़ी बात है, पैसा बड़ी चीज़ नहीं है. संगीत से मेरी भक्ति बहुत पुरानी है."
सभी अंतिम प्रतियोगियों को दुनिया के सभी बंगाली दर्शोकों के माध्यम से कुल मिलाकर एक करोड़ एसएमएस मिले. बाक़ी प्रतियोगियों को इनाम के तौर पर कम से कम 300 अमरीकी डॉलर दिया गया ताकि वो अपने लिए रिक्शा ख़रीद सकें.
ज़्यादतर रिक्शा चलाने वाले किराये पर रिक्शा लेकर चलते है.
अंतिम दस में आने वाले एक रिक्शा चालक का कहना था कि इनाम की राशि को छोटे व्यापार में लगाना चाहते हैं. उनका कहना था, " मैं पॉल्ट्री फॉर्म खोलना चाहता हूँ और इसकी आमदनी से अपनी छोटी बहन को स्कूल में पढ़ने भेजना चाहता हूँ."
तीसरे स्थान पर रहे अब्दुल रहमान खोकोन का कहना था कि वो अपनी इनाम की राशि को अपनी माँ को खोजने में लगाएंगे. उनकी माँ पिछले तीन बरस से लापता हैं.
वो कहते हैं, "मैं इस राशि से अपनी माँ को तलाशने के लिए अख़बार में विज्ञापन दे सकता हूँ. मैं उन्हें तलाशना चाहता हूँ, मैं ये जानना चाहता हूँ कि उनके साथ क्या हुआ."
प्रोग्राम के संचालन कर्त्ता असदुज़मान का कहना है कि बांग्लादेशी कड़ी मेहत से काम करते हैं और संगीत से भी प्यार करते हैं.
उमर अली नामक इस शख़्स का संबंध राजधानी ढाका से सटे एक गाँव से हैं और वो रिक्शा चलाते हैं.
सुनहरी आवाज़ के मालिक उमर अली को लाखों दर्शकों ने टेलीविज़न शो 'पॉप आइडल' जीतने के लिए उनके पक्ष में वोट दिया. जिसके साथ ही वो रातों रात कामयाबी की बुलंदी पर पहुंच गए.
उमर अली
इस टेलीविज़न शो 'पॉप आइडल' में सिर्फ़ रिक्शा चालक ही हिस्सा ले सकते थे.
इस कामयाबी से अभिभूत उमर अब रिक्शा चलाने का काम छोड़ कर संगीत की दुनिया में आगे बढ़ना चाहते हैं.
उमर का आख़िरी प्रदर्शन काफ़ी प्रभावशाली रहा. बांगला लोक गीत में उनका गाना 'प्यार डूबता नहीं' को दर्शकों ने काफ़ी दाद दी. दाद देने वालो में अग्रणी पॉप स्टार भी शामिल थे.
पॉप आइडल नामक ये शो बांग्लादेश में काफ़ी हिट रहा और इसे एटीएन बांगला टेलीविज़न ने प्रसारित किया.
उमर को इनाम के तौर पर 2000 अमरीकी डॉलर दिया गया है. साथ ही उनके गानों की सीडी और डीवीडी भी रिलीज़ की गई है.
संगीत से प्यार पुराना
इस टेलीविज़न पॉप आइडल में सिर्फ़ रिक्शा चलाने वाले ही प्रतियोगी बन सकते थे.
अपनी जीत के बाद 45 वर्षीय उमर ने कहा, " मैं जीत गया ये बड़ी बात है, पैसा बड़ी चीज़ नहीं है. संगीत से मेरी भक्ति बहुत पुरानी है."
सभी अंतिम प्रतियोगियों को दुनिया के सभी बंगाली दर्शोकों के माध्यम से कुल मिलाकर एक करोड़ एसएमएस मिले. बाक़ी प्रतियोगियों को इनाम के तौर पर कम से कम 300 अमरीकी डॉलर दिया गया ताकि वो अपने लिए रिक्शा ख़रीद सकें.
ज़्यादतर रिक्शा चलाने वाले किराये पर रिक्शा लेकर चलते है.
अंतिम दस में आने वाले एक रिक्शा चालक का कहना था कि इनाम की राशि को छोटे व्यापार में लगाना चाहते हैं. उनका कहना था, " मैं पॉल्ट्री फॉर्म खोलना चाहता हूँ और इसकी आमदनी से अपनी छोटी बहन को स्कूल में पढ़ने भेजना चाहता हूँ."
तीसरे स्थान पर रहे अब्दुल रहमान खोकोन का कहना था कि वो अपनी इनाम की राशि को अपनी माँ को खोजने में लगाएंगे. उनकी माँ पिछले तीन बरस से लापता हैं.
वो कहते हैं, "मैं इस राशि से अपनी माँ को तलाशने के लिए अख़बार में विज्ञापन दे सकता हूँ. मैं उन्हें तलाशना चाहता हूँ, मैं ये जानना चाहता हूँ कि उनके साथ क्या हुआ."
प्रोग्राम के संचालन कर्त्ता असदुज़मान का कहना है कि बांग्लादेशी कड़ी मेहत से काम करते हैं और संगीत से भी प्यार करते हैं.
4 comments:
c
बधाई
उन्हें जीतने की
आपको बताने की
और हां
हिम्मत करे इन्सान तो क्या हो नहीं सकता
बहुत बधाई हो उन्हें...सबको ईश्वर ऐसे ही आगे आने का मौका दे. आभार आपका इस खबर को बांटने का.
अपन को भी कुछ आस बंधती लगती है!
अरे वाह इन सब को मेरी तरफ़ से बधाई, ओर इनाम पाने वालो की बाते सुन कर मेरी आंखो मे आंसू आ गये, हम सब की अपनी अपनी छोटी छोटी मजबुरियां है,भगवान कर इन सब के सपने पुरे हो.
धन्यवाद
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