प्रस्तुति - दैनिक भास्कर
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‘आवश्यकता आविष्कार की जननी है..’ इस कहावत को चरितार्थ करता यह मामला है गुजरात स्थित पवित्र ज्योतिर्लिंग सोमनाथ के पास का। सोमनाथ के आसपास कई अन्य तीर्थ स्थल भी हैं, जिनमें त्रिभेट का नाम भी शामिल है। इसे त्रिभेट इसलिए कहा जाता है कि यहां तीन नदियों.. घेलो, वाघेश्वरी और मीनल नदियों का संगम होता है।
त्रिभेट के एक ओर रहने वाले कई किसानों के खेत दूसरी तरफ हैं। इसलिए त्रिभेट से अक्सर उनका आवागमन होता रहता है। इसी के चलते किसानों ने इस 100 मीटर की नदी को पार करने के लिए एक अनोखा परिवहन मार्ग बना रखा है।
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ग्रामीणों ने नदी के दोनों ओर सायकल के दो रिमों के बीच रस्सी बांधकर एक ऐसी कामचलाऊ तकनीक ईजाद कर ली है, जिसकी सहायता से वे आसानी से नदी पार कर सकते हैं। इसे देखकर कहा जा सकता है कि इस तकनीक के पीछे लगा दिमाग किसी बड़े इंजीनियर के दिमाग से बिल्कुल भी कम नहीं। क्योंकि इसके सहारे किसानों ने अपने आवागमन को सुगम बना लिया है।
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