Tuesday, November 5, 2013

अजवाइन

रोजाना थोड़ी सी अजवाइन खाने से इन रोगों के लिए दवा नहीं खानी पड़ेगी
अजवाइन का  प्रयोग तड़के, पकौड़े से लेकर बेकरी में बनने वाले नमकीन तक में  किया जाता है। भारतीय खाने में सदियों से उपयोग की जा रही अजवाइन सिर्फ एक मसाला नहीं है।  यह कई तरह के औषधीय गुणों से भरपूर है। आयुर्वेद के अनुसार अजवाइन पाचन को दुरुस्त रखती है। यह कफ, पेट तथा छाती का दर्द और कृमि रोग में फायदेमंद होती है। साथ ही हिचकी, जी मचलाना, डकार, बदहजमी, मूत्र का रुकना और पथरी आदि बीमारी में भी लाभप्रद होती है। अजवाइन के कई ऐसे घरेलू प्रयोग हैं, जो हेल्थ प्रॉब्लम्स में रामबाण की तरह कार्य करते हैं तो आइए आज हम आपको बताते हैं अजवाइन के ऐसे ही कुछ औषधीय गुणों के बारे में....

- रोजाना थोड़ी सी अजवाइन खाएंगे तो अर्जीण, कब्ज व गैस जैसी बीमारियां परेशान नहीं करेंगी। 
- सर्दी, गर्मी के प्रभाव के कारण जिन लोगों गला बैठ जाता है। उन्हें बेर के पत्ते और अजवाइन को पानी में उबालकर, छानकर उस पानी से गरारे करने चाहिए।
- एसिडिटी की तकलीफ  है तो समान मात्रा में लेकर अजवाइन और जीरा को एक साथ भून लें। फिर इस मिश्रण को पानी में उबाल कर छान लें। इस छने हुए पानी में चीनी मिलाकर पिएं, एसिडिटी से राहत मिलेगी।
- मुंह से दुर्गंध आने पर अजवाइन को पानी में उबालकर रख लें। इस पानी से दिन में दो-तीन बार कुल्ला करने पर दो-तीन दिन में दुर्गंध खत्म हो जाती हैं। 
-2 चम्मच अजवाइन को 4 चम्मच दही में पीसकर रात को सोते समय पूरे चेहरे पर मलकर लगाएं और सुबह गर्म पानी से साफ कर लें। चेहरा चमकने लगेगा।
- अजवाइन को भून व पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण से मंजन करने से मसूढ़ों के रोग मिट जाते हैं।
- पैर में कांटा चुभ जाए, तो कांटा चुभने के स्थान पर पिघले हुए गुड़ में 10 ग्राम अजवाइन मिलाकर थोड़ा गर्म कर बांध देने से कांटा अपने आप निकल जाएगा। 
- कान में दर्द होने पर अजवाइन के तेल की कुछ बूंदे कान में डालने से आराम मिलता है। घाव और जले हुए स्थानों पर भी अजवाइन का लेप करने से आराम मिलता है और निशान भी दूर हो जाते हैं।
- सरसों के तेल में अजवाइन डालकर अच्छी तरह गर्म करें। इससे जोड़ों की मालिश करने पर जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। 
- दाद की समस्या होने पर गर्म पानी में अजवाइन पीसकर लेप करें। दाद एक सप्ताह में ठीक हो जाएगा।

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