इस जीत से दिल्ली का यह युवा पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ओपन के जूनियर चैम्पियन की सूची में आ गया है, जिन्होंने पुरुष सर्किट में शानदार प्रदर्शन किया है। इनमें एंडी राडिक, मार्कोस बघदातिस और गेल मोंफिल्स शामिल हैं।
मेलबोर्न पार्क की भयानक गर्मी से नोवाक जोकोविच जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को थका दिया हो, लेकिन यूकी ने कहा कि यह उनके लिए बड़ी समस्या नहीं थी। यूकी ने कहा कि भारतीय होने के हिसाब से मुझे इसमें काफी मदद मिली। आप भले ही इस गर्मी के आदी नहीं हो सकते, लेकिन भारत में आप ऐसी ही परिस्थितियों में खेलते हो।
यह पूछे जाने पर कि यहाँ जूनियर एकल खिताब जीतने वाला पहला भारतीय बनने से कैसा महसूस हो रहा है तो यूकी ने कहा कि जब वे आज कोर्ट पर उतरे थे तो उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी।उन्होंने कहा कि पहला भारतीय होने के अलावा भी ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीतना निश्चित रूप से एक बड़ी उपलब्धि है। मेरा मतलब है कि यह सचमुच मेरे लिए एक खबर थी, लेकिन मैंने इसे जीतने का सपना देखा था और अब यह सच हो गया।
यूकी ने कहा कि वे मेलबोर्न पार्क में कोर्ट पर उतरने से पहले नर्वस थे, लेकिन बाद में दर्शकों की भीड़ के आदी हो गए और उन्होंने फाइनल के दौरान अद्भुत माहौल का आनंद उठाया। उन्होंने कहा मैं पहली बार इतने बड़े स्टेडियम में खेल रहा था। जैसे ही मैच आगे बढ़ा, मैं थोड़ा सहज हो गया। मैच के लिए अपनी योजना के बारे में यूकी ने कहा कि वे अपने प्रतिद्वंद्वी के बारे में कुछ नहीं जानते थे, इसलिए वे सिर्फ अपने गेम पर ही ध्यान लगा रहे थे। यूकी ने जर्मनी के अपने प्रतिद्वंद्वी को 57 मिनट में 6-3 और 6-1 से शिकस्त दी। यूकी ने कहा कि मैं सिर्फ अपने खेल पर ध्यान लगाना चाहता था। मैं जानता था कि यह एक बड़ा मैच होगा। वे 2008 ऑस्ट्रेलिया ओपन के सेमीफाइनल में बाहर हो गए थे।