Friday, October 24, 2008

दंडासन

गलती करोगे तो दंडासन भुगतोगे। आगरा के एक स्कूल के स्टूडंट्स से आजकल यही कहा जा रहा है। स्कूलों में गलती करने वाले छात्रों को डांट या शारीरिक दंड देने की बात आपने सुनी होगी, लेकिन क्या दंड के रूप में योग की सहायता लिए जाने बारे में सुना है? आगरा के एक स्कूल में सजा की इसी अनोखी विधि का इस्तेमाल हो रहा है। आगरा के 166 साल पुराने सेंट पीटर्स कॉलिज में स्टूडंट्स को सजा के रूप में योग करना पड़ता है। इस सजा का नाम 'दंडासन' रखा गया है। इसके तहत 'अनुलोम-विलोम', 'प्रणायाम' और 'कपाल भारती' जैसे योग का सहारा लिया जा रहा है। इस पुराने शिक्षण संस्थान में सजा के इस नए तरीके को प्रिंसिपर जॉन फरेरा लागू कर रहे हैं। यहां 3 हजार स्टूडंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। जॉन पहले ही संस्थान के मॉर्निंग सेशन में योग को अनिवार्य घोषित कर चुके हैं। सजा के रूप में योग के प्रयोग पर जॉन ने कहा, ''सजा के रूप में योग के प्रयोग से शरीर को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचता है बल्कि एकाग्रता शक्ति बढ़ती है।''