Friday, October 17, 2008

जीवन के 15 कानून (स्वामी विवेकानंद)

१. Love Is The Law Of Life: All love is expansion, all selfishness is contraction। Love is therefore the only law of life. प्यार जीवन का नियम है: सभी प्यार से विस्तार होता है, सब स्वार्थ से संकुचन होता है . इसलिए सिर्फ प्यार ही जीवन का नियम है। He who loves lives, he who is selfish is dying. वह जो प्यार करता है वह जीवन को जीता है और वह जो स्वार्थी है वह मर रहा है. Therefore, love for love's sake, because it is law of life, just as you breathe to live. इसलिए, प्यार के लिये प्यार कीजिए, क्योंकि यह जो जीवन का नियम है, यह उतना ही आवश्यक है जितना आप जीने के लिए साँस लेते हैं ।

२. It's Your Outlook That Matters: It is our own mental attitude, which makes the world what it is for us. आप किसी बात या तथ्य को कैसे लेते हैं यह बात मायने रखती है क्योंकि यह आपका दृष्टिकोण है। यह हमारी अपनी मानसिक अवस्था है यह हमें समझाती है कि हमारा अपना संसार कैसे बना है । Our thoughts make things beautiful, our thoughts make things ugly। हमारे विचार सभी चीजों को सुंदर और असुंदर बनातें हैं ।The whole world is in our own minds। सारी दुनिया हमारे अपने दिमाग में है। Learn to see things in the proper light. सभी चीजों को पूर्ण प्रकाश में देखने की कोशिश करें।

३. Life is Beautiful: First, believe in this world - that there is meaning behind everything. जीवन सुंदर है: पहिले, इस दुनिया में विश्वास करें - कि यहाँ जो कुछ भी है उसके पीछे कोई अर्थ छुपा हुआ है । Everything in the world is good, is holy and beautiful. दुनिया में सब कुछ अच्छा है , पवित्र है और सुंदर भी है. If you see something evil, think that you do not understand it in the right light. Throw the burden on yourselves! यदि आप, कुछ बुरा देखते हो तब इसका मतलब है आप इसे पूर्ण रूप से समझ नहीं पाएं हैं । आप अपने ऊपर का सारा बोझ उतार फेंकें !

४. It's The Way You Feel: Feel like Christ and you will be a Christ; feel like Buddha and you will be a Buddha. यह आपका तरीका है कि आप कैसा महसूस करतें हैं : आप मसीह की तरह महसूस करें तो आप मसीह जैसा बनेंगें ; आप बुद्ध की तरह महसूस करें तो आप बुद्ध जैसा बनेंगें . It is feeling that is the life, the strength, the vitality, without which no amount of intellectual activity can reach God. यह विचार ही है कि यह जीवन है, यह शक्ति है और इसके बिना कोई बौद्धिक गतिविधि भगवान तक नहीं पहुँच सकती है ।

५. Set Yourself Free: The moment I have realised God sitting in the temple of every human body, the moment I stand in reverence before every human being and see God in him - that moment I am free from bondage, everything that binds vanishes, and I am free. आप अपने आप को मुक्त करें : जिस क्षण मैं यह अहसास करता हूँ कि भगवान् हर मानव शरीर के अन्दर है, उस पल में जिस किसी भी मनुष्य के सामने खड़ा होता हूँ तो मैं उसमें भगवान् पाता हूँ , उस पल में मैं बंधन से मुक्त हो जाता हूँ और सारे बंधन अद्रश्य हो जातें हैं और मैं मुक्त हो जाता हूँ ।

६. Don't Play The Blame Game: Condemn none: if you can stretch out a helping hand, do so. निंदा दोष का खेल मत खेलिए : किसी पर भी आरोप प्रतिआरोप न करें । आप किसी की मदद के लिए हाथ बड़ा सकतें हैं तो ऐसा अवश्य करें । If you cannot, fold your hands, bless your brothers, and let them go their own way. यदि आप अपने हाथ कई गुना नहीं कर सकते हैं तो आप अपने भाइयों को आशीर्वाद दे, और उन्हें अपने - अपने रास्ते पर चलने दें ।

७. Help Others: If money helps a man to do good to others, it is of some value; but if not, it is simply a mass of evil, and the sooner it is got rid of, the better. दूसरे की मदद करें : यदि धन दूसरों के लिए अच्छा करने के लिए एक आदमी को मदद करता है, यह कुछ मूल्य का है, लेकिन अगर नहीं, तो यह केवल बुराई की जड़ है, और जितनी जल्दी इससे छुटकारा मिल जाए, उतना अच्छा है ।

८. Uphold Your Ideals: Our duty is to encourage every one in his struggle to live up to his own highest idea, and strive at the same time to make the ideal as near as possible to the Truth. अपने आदर्शों का समर्थन: हमारा कर्तव्य है कि हम सभी को उनके संघर्ष में उनके उच्चतम विचार के लिए जीने को प्रोत्साहित करें, और साथ ही उन विचारों को सत्य के करीब बनाने के लिए हर सम्भव संघर्ष करें ।

९. Listen To Your Soul: You have to grow from the inside out. अपनी आत्मा को सुनो: तुम अंदर से बाहर की ओर बढो . None can teach you, none can make you spiritual. कोई तुम्हें सिखा नहीं सकता है, न ही कोई तुम्हें आध्यात्मिक बना सकता है । There is no other teacher but your own soul. वहाँ कोई अन्य शिक्षक नहीं है लेकिन अपनी खुद की आत्मा है।

१०. Be Yourself: The greatest religion is to be true to your own nature. Have faith in yourselves! अपने आप को बनो: सबसे बड़ा धर्म अपनी खुद की प्रकृति के प्रति सच होना है. अपने आप पर विश्वास करो !

११. Nothing Is Impossible: Never think there is anything impossible for the soul. कुछ भी असंभव नहीं है: कभी नहीं सोचो कि वहाँ आत्मा के लिए कुछ भी असंभव है। It is the greatest heresy to think so. ऐसा सोचना सबसे बड़ा पाखण्ड है. If there is sin, this is the only sin - to say that you are weak, or others are weak. यदि कोई पाप है, तो केवल यही पाप है - कि तुम कहते हो , तुम कमजोर हो या दूसरें कमजोर हैं ।

१२. You Have The Power: All the powers in the universe are already ours. It is we who have put our hands before our eyes and cry that it is dark. तुममें शक्ति है: ब्रह्मांड में सभी शक्तियां पहले से ही हमारी हैं. यह हम हैं जो अपनी आंखों को हाथों से ढँक लेतें हैं और बोलतें हैं कि यहाँ अँधेरा है ।

१३. Learn Everyday: The goal of mankind is knowledge. हर रोज़ सीखें : मानवता का लक्ष्य ज्ञान है । now this knowledge is inherent in man. अब यह ज्ञान मनुष्य के अन्दर निहित है. No knowledge comes from outside: it is all inside. कोई भी ज्ञान बाहर से नहीं आता है: यह सब अंदर है। What we say a man 'knows', should, in strict psychological language, be what he 'discovers' or 'unveils'; what man 'learns' is really what he discovers by taking the cover off his own soul, which is a mine of infinite knowledge. हम, जो एक आदमी कहता है की वह "जानता" है वह, सख्त मनोवैज्ञानिक भाषा में - उसने यह खोजा या ढूंडा होना चाहिए; जो मनुष्य सीखता है यह सच में उसकी खोज है जो उसने आत्मा के ऊपर पड़ा परदा हटाने पर पाया और यह आत्मिक ज्ञान उसके अपने में निहित असीम ज्ञान है।

१४. Be Truthful: Everything can be sacrificed for truth, but truth cannot be sacrificed for anything. सच्चे रहो: सब कुछ सच के लिए बलिदान किया जा सकता है, लेकिन सत्य, सब कुछ के लिए बलिदान नहीं किया जा सकता है ।

१५ . Think Different: All differences in this world are of degree, and not of kind, because oneness is the secret of everything. अलग सोचो: दुनिया में सारे मतभेद उनको विभिन्न नज़रिए से देखने की वज़ह से हैं न कि इसलिए कि सारी कुछ एक ही न होने के कारन . कहने का अर्थ हम अपनी अनुभूतियों के कारन सब कुछ अलग - अलग मानतें हैं परन्तु सच में सारा कुछ एक में ही समाया हुआ है ।

मेरा विचार
१। यह मैंने रूपांतरित किया है अगर आप को कुछ त्रुटि लगे तो मुझे कमेन्ट में अवश्य बताएं ।
२। स्वामी विवेकानंद जी जीवन के उत्तरार्ध में ही जीवन के रहस्य को जान चुके थे ।
३। अंग्रेज़ी स्वामी जी के समय विदेशी भाषा थी पर स्वामी जी का इस पर पूर्ण नियंत्रण था ।
४। स्वामी जी भाषा को विचारों के संप्रेषण का माध्यम मानते थे न कि प्रतिदिन युद्ध कराने का ।
५। स्वामी विवेकानंद, स्वामी योगानंद ने काफी समय पहिले पश्चिम को समझा और एक अलग नज़रिए से देखा और स्वामी जी ने पश्चिम को यथासंभव हिंदू सनातन संस्कृति के बारे में बताया। आप भी सनातन संस्कृति के राजदूत हैं । आप भी इस पावन यज्ञ कर्म में अपनी आहुति दीजिए ।

5 comments:

योगेन्द्र मौदगिल said...

भई वाह बंधुवर
अच्छी और जरूरी बात
देश और दुनिया भर के लिये प्रेरणास्पद
बधाई

Gyan Dutt Pandey said...

आपका अनुवाद करना तो बहुत अच्छा लगा बन्धुवर। और ये नियम तो अमूल्य मोती हैं।

Vivek Gupta said...

स्वामी विवेकानंद, स्वामी योगानंद ने काफी समय पहिले पश्चिम को समझा और एक अलग नज़रिए से देखा और स्वामी जी ने पश्चिम को यथासंभव हिंदू सनातन संस्कृति के बारे में बताया। आप भी सनातन संस्कृति के राजदूत हैं । आप भी इस पावन यज्ञ कर्म में अपनी आहुति दीजिए ।

Anonymous said...

हिन्दु सनातन धर्म के महानायक और भारतीय संस्कृति को बहुत ही सरलता से दुनिया के सामने
लाने वाले वेदांती स्वामी जी की ये अमूल्य निधियां
प्रेरणादायक है/आपके विचारो का स्वागत है/

Unknown said...

Bahut hi sundar likha hai