बिग बी अपना ब्लॉग आरंभ करने के समय से ही आश्वासन दे रहे हैं कि वे जल्दी ही हिंदी में लिखना आरंभ करेंगे। अपनी व्यस्तता और तकनीकी दिक्कतों के कारण 171 दिनों के बाद भी वे हिंदी में लिखना आरंभ नहीं कर सके हैं, लेकिन हिंदी में अमिताभ बच्चन के ब्लॉग पढ़ना चाहने वालों को अब निराश होने की जरूरत नहीं है। अमेरिका के सिएटल शहर के निवासी राहुल उपाध्याय ने यह संभव कर दिया है। लंबे इंतजार के बाद उन्होंने 158वें दिन से बिग बी के ब्लॉग का हिंदी अनुवाद अपने ब्लॉग http://amitabhkablog-hindi.blogspot.com पर पोस्ट करना आरंभ कर दिया है।
अमेरिका के सिएटल शहर से दैनिक जागरण से खास बातचीत में राहुल उपाध्याय ने बताया ,आप उनके ब्लॉग की टिप्पणियां पढ़ें तो पाएंगे कि उनके ढेर सारे प्रशंसक उन्हें हिंदी में पढ़ना चाहते हैं। निश्चित ही कुछ अड़चनों और तकनीकी सीमाओं के कारण वे ऐसा नहीं कर पा रहे होंगे। मैंने सोचा कि क्यों न उनका बोझ हल्का कर दिया जाए। उन्हें कोसने से अच्छा है कि हम उन्हें हिंदी में दूसरों के लिए उपलब्ध कर दें। क्या उन्होंने अमिताभ बच्चन से अनुवाद की अनुमति ली है? नहीं, मुझे नहीं मालूम कि यह अनुमति कैसे मिलेगी। मैंने उन्हें 168वें दिन की 40वीं टिप्पणी में पूछा है कि अगर उन्हें आपत्ति हो तो मैं अनुवाद बंद कर दूंगा। अगर वे चाहें तो अपने ब्लॉग पर मेरे अनुवाद का लिंक दे सकते हैं। मुझे अभी तक उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिली है। मूलत: रतलाम के निवासी राहुल उपाध्याय पिछले 22 सालों से अमेरिका में रह रहे हैं। वे अमिताभ बच्चन के अनन्य प्रशंसक हैं और हिंदी फिल्में देखना उनकी रोजमर्रा में शामिल है। वे स्वीकार करते हैं कि हिंदी फिल्मों ने उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैंने मां की परिभाषा, बहन की इज्जत, राखी की गरिमा, होली-दीवाली का महत्व - ये हिंदी फिल्मों से ही सीखा है। राहुल उपाध्याय बिग बी की हर पोस्ट का शीघ्रातिशीघ्र अनुवाद अपने ब्लॉग पर डालते हैं।
मेरा विचार
१। अमिताभ प्रेमी हिन्दी भाषियों के लिए अच्छी ख़बर है
२। राहुल जी रतलाम से भी हैं रतलाम के लोग बहुत तेज़ गति से आगे जा रहे हैं
३। यह ख़बर जागरण से ली गई है
४। राहुल जी को उनके प्रयासों के लिए मेरी बधाई
५। मेरा अनुरोध और दुसरे भाषाओँ के जानकर लोगों से है कि समय - समय पर विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध किस्से, कहानी, व्लागस, कविता और भी सुंदर आलेख हिन्दी में रूपांतरित कर प्रसारित करे इससे हिन्दी भाषी जन मानस का ज्ञान बढेगा
4 comments:
Bahut sahi kaha hai aapne. Anuvad hindi ke prasar ko aur bhi badhayega.
आलोक जी अतनु डे का ब्लॉग हिन्दी अनुवाद में प्रस्तुत करते हैं।
और मैं उसे बहुत अच्छा प्रयास मानता हूं।
राहुल का अनुवाद कहीं से नहीं लगता की वो अनुवाद है -वह निल्कुल मौलिक लगता है ! पर उन्हें अभी तक अमिताभ अनुमति मिलना यही बताता है की सब कुछ सीधा सादा नहीं है -वे कानूनी राय ले रहे होंगे -पक्के बनिया बन गएँ हैं ये सब !
जानकारी के लिए आभार।
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