तमिलनाडु के इंजीनियरिंग छात्रों द्वारा विकसित दो मोटर जल्द ही प्रक्षेपित होने वाले जीएसएलवी राकेट में इस्तेमाल होंगी।
इससे पहले तक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन [इसरो] इन मोटर को आयात करता था। ये मोटर सेलम स्थित सोना तकनीकी संस्थान के छात्रों ने बनाई हैं। उन्होंने इनका नमूना विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के वैज्ञानिकों और तिरुवनंतपुरम स्थित इसरो इनर्शियल यूनिट के सामने प्रदर्शित किया।
संस्थान के निदेशक ने बताया कि राकेट नोजल में लगाई जाने वाली एक मोटर उसकी दिशा नियंत्रित करेगी तो दूसरी का प्रयोग उपग्रह के रोटेशन पैनल को नियंत्रित करने के लिए होगा।
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